ज्यादातर यही होता है कि पूरा इलेक्ट्रिफिकेशन होने के बाद ही सी आर एस होता है लेकिन , कई जगह जहां स्टेशन की बनावट ऐसी होती है कि वह इलेक्ट्रिक पोल्स वगेरह लगाने की जगह पर्याप्त नही होती वहाँ कई चरणों मे कार्य किआ जाता है, कुछ भाग इलेक्टरीफय कर दिया जाता बाकी निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद किआ जाता है, सुल्तानपुर में भी ऐसे ही किआ गया था।