गांधी सेतु पर लगेंगे कैमरे, 24 घंटे होगी मॉनिटरिंग
गांधी सेतु पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। ओवरटेक और ओवरलोडिंग की 24 घंटे क्लोज मॉनिटरिंग होगी। पटना पुलिस कंट्रोल रूम इनकी मदद से ओवरटेक और ओवरलोडिंग करने वालों पर कार्रवाई कर सकेगा। छोटी गाड़ियां ओवरटेक न कर सकें, इसके लिए सेतु के पूर्वी लेन में करीब एक किलोमीटर दूरी में 500 मुविंग बैरिकेडिंग लगाए जाएंगे। इससे गाड़ियां ओवरटेक नहीं कर पाएंगी।
इन मूविंग बैरिकेड के निर्माण की जिम्मेदारी पथ निर्माण विभाग ने अपने दोनों निगमों को सौंपी है। इन मूविंग बैरिकेड में 250 का निर्माण...
more... बिहार राज्य पुल निर्माण निगम करेगा। वहीं, अन्य 250 का निर्माण बिहार राज्य पथ विकास निगम करेगा। अक्सर गाड़ियों की गति धीमी करने या एक कतार में गाड़ियों को चलाने के लिए पटना में इन लोहे के मूविंग बैरिकेड का उपयोग किया जाता है।
तौल मशीन होगी चालू
दरअसल, गांधी सेतु की सुरक्षा के लिए जरूरी है कि उसपर जाम नहीं लगे। जाम लगने से एक साथ कई गाड़ियों का बोझ सेतु पर पड़ता है। जाम से लोगों को तो परेशानी होती ही है, सेतु भी डैमेज होता है। इसके लिए परिवहन विभाग अगले तीन हफ्ते में बिहटा, फतुहा और पटना के ट्रांसपोर्ट नगर में लगाई गई गाड़ियों की तौल करने वाली ऑटोमेटिक मशीन को चालू कर देगा। सॉफ्टवेयर के माध्यम से तीनों मशीनों का डाटा ऑनलाइन रहेगा। किसी भी जगह से की गई तौल को किसी भी मशीन में देखा जा सकेगा। इससे सेतु पर ओवरलोडिंग रोकी जा सकेगी।
नहीं रुकी ओवरलोडिंग
चूंकि, पटना की तरफ से ही गिट्टी और बालू उत्तर बिहार की तरफ जाते हैं, ऐसे में इसी तरफ तीन ऑटोमेटिक मशीनें लगाई गईं हैं। वैसे सेतु पर भारी वाहनों के गुजरने पर पहले से ही रोक है। 10 चक्के और उससे ऊपर के भारी वाहनों पर रोक है। इसके बावजूद पूरी तरह से ओवरलोडिंग रोकी नहीं जा सकी है।
पथ निर्माण, परिवहन विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त बैठक में गांधी सेतु पर लगने वाले जाम से निबटने के लिए कई निर्णय लिए गए हैं। राजीव रंजन सिंह, पथ निर्माण मंत्री
Source - Dainik Bhaskar